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जनपद सहारनपुर की समस्त शिक्षण संस्थाओं में जे0बी0 जैन इण्टर काॅलेज सबसे प्राचीन शिक्षण संस्थाओं में से एक है। सन् 1910 में जैन समाज के सभ्रन्त गणमान्य प्रबुद्धजनों के द्वारा एक प्राथमिक विद्यालय की स्थापना हुई जिसमें हिन्दी, संस्कृत, मुण्डी हिन्दी व जैन धर्म की शिक्षा प्रदान करने की व्यवस्था की गई। इसी प्राथमिक विद्यालय को सन् 1932 में लोअर मिडिल व 1935 में कक्षा-8 तक के विद्यालय की राजकीय मान्यता प्राप्त हुई। क्रमशः 1940 में आनरेरी मजिस्ट्रेट श्री जुगमंदर दास जैन के प्रयत्नों से यह हाईस्कूल बन गया। डाॅ0 रूपचंद जैन विद्यालय के प्रथम प्रधानाचार्य के पद पर आसीन हुए। नगर के सुप्रतिष्ठित रईस राय साहब लाला प्रद्युमन कुमार जैन का निर्देशन उन्हें प्राप्त होता रहा।
किसी भी छात्र के साथ जाति, धर्म, सम्प्रदाय, क्षेत्र, भाषा, अमीर, गरीब के आधार पर भेदभाव न कर समान दृष्टिकोण रखना जिससे किसी भी छात्र को हीनता का बोध न हो और उसका स्वाभाविक रूप से सर्वांगीण विकास हो।
हमारे विद्यालय में जिन छात्रों ने शिक्षा ग्रहण की है वें छात्र-छात्रायें भविष्य में प्रतियोगी परीक्षाओं को उत्तीर्ण करने में सक्षम हों।
• विद्यार्थियों को इस प्रकार से शिक्षित किया जाये कि वह भविष्य में देश और समाज के लिए उपयोगी बनें न कि देश-समाज पर भार। हमारे विद्यालय के छात्र छात्राओं का इतना मानसिक विकास हो कि वह भविष्य में सही गलत का निर्णय करने में सक्षम हों।• हमारे विद्यालय के विद्यार्थियों में वैज्ञानिक दृष्टिकोण विकसित हो। • शिक्षार्थ आई-सेवार्थ जाइये।
Years of Experience